नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम मानसून पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर पूरे देश में पहुंच गया है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बादल फट गया है और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। इसमें कई घरों में मलबा घुस गया है, सड़कें बंद हो गई हैं और कई वाहन भी मलबे में दब गए हैं।
वहीं, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन के दौरान पूरे देश में मानसून के पहुंचने की संभावना जताई है। अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में भारी वर्षा होने की भी संभावना है। वहीं, पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में भी मूसलाधार बारिश होगी। 1 और 2 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने की यलो अलर्ट जारी किया गया है।
कई राज्यों में आगे बढ़ा मानसून
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पश्चिम राजस्थान के कुछ और हिस्सों, पूर्वी राजस्थान के शेष हिस्सों में आगे बढ़ा है। हरियाणा के कुछ हिस्से, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ और इलाकों, मध्य प्रदेश के शेष भाग, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ और भाग और उत्तराखंड के शेष भाग तक पहुंच गया है। मानसून की उत्तरी सीमा जैसलमेर, चुरू, भिवानी, दिल्ली, अलीगढ, कानपुर, गाजीपुर, गोंडा, खीरी, मुरादाबाद, ऊना, पठानकोट और जम्मू से होकर गुजर रही है।
इन राज्यों में जमकर हुई बारिश
पश्चिम विक्षोभ और मानसून के प्रभाव से बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली-एनसीआर के अलावा छत्तीसगढ़, पश्चिमी मध्य प्रदेश, ओडिशा, कोंकण और गोवा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में भी विभिन्न स्थानों पर अत्यधिक वर्षा हुई है। पंजाब, राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, मणिपुर, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।